टूलकिट विवाद
🌹RENESHA IAS🌹
BY..... ✍️ RAVI KUMAR...
(IAS JPSC UPPSC INTERVIEW FACED)
टूलकिट क्या है ??
सामान्य अर्थों में देखा जाए टूलकिट का अर्थ होता है .... लेकिन 26 जनवरी के हिंसा के संदर्भ में वर्तमान स्थिति में जो सोशल मीडिया और न्यूज़ चैनल्स में आप टूल्कित शब्द का प्रयोग देख रहे हैं .... इसका अर्थ है
"किसी विशेष उद्देश्य या विचारधारा की पूर्ति के लिए योजनाओं का संपूर्ण दस्तावेज ...."
* टूलकित किसी भी मुद्दे को फैलाने के लिए बनाया गया एक ऐसा दस्तावेज होता है जिसमें विचारधारा को स्पष्ट किया जाता है
* इस दस्तावेज़ को सैद्धांतिक रूप से या व्यावहारिक रूप से प्रयोग किया जा सकता है।
* यह दस्तावेज़ या ऑफ़लाइन अन्य रूपों में प्रयोग हो सकता है
टूलकिट में किसी भी प्रदर्शन कार्यक्रम या आंदोलन को शुरू करने के साथ-साथ....कब.....कैसे रणनीति बनानी है.....क्या एक्शन लेने हैं उस संदर्भ में विस्तृत विवरण दिया जाता है।
... टूलकिट को ऐसे प्रसिद्ध लोगों के बीच साझा किया जाता है जिससे आंदोलन को बढ़ाने में मदद मिल सकते हैं.
.... टूलकित में सोशल मीडिया का इस्तेमाल किस दिन. किस वक्त और क्या ट्वीट या पोस्ट करने से क्या लाभ होगा इन सभी बातों के चर्चा होते हैं.
टूलकिट लोगों को कैंपेन समग्र न्यूज़ आर्टिकल्स की जानकारी दी जाती है और उन्हें बताया जाता है कि प्रदर्शन कैसे करना है??
पहले के आंदोलन में पोस्ट पंपलेट जनसंपर्क आदि के माध्यम से और अब टूल्कित के माध्यम से
... कुल कितने लोगों को कैंपेन समग्र न्यूज़ आर्टिकल की जानकारी दी जाती है उन्होंने बताया जाता है कि प्रदर्शन कैसे करना है
आंदोलन को किस तरह से आगे बढ़ाया जाएगा और किस तरह से आगे लेकर चला जाएगा
... 26 जनवरी के दिल्ली हिंसा के बाद यह शब्द चर्चित हुआ....
ग्रेटा थुनबर्ग के द्वारा ट्वीट करिया जानकारी दी गई कि लोग किसान आंदोलन का समर्थन करें... इसमें दो तरह के हेस्टैक का इस्तेमाल किया गया
✍️ फार्मर प्रोटेस्ट
✍️ स्टैंड विथ फार्मर
.✍️ .. इसके बाद दिल्ली पुलिस के रडार में तीन एक्टिविस्ट सामने आए... दिशा रवि निकिता जैकब...शांतनु......
... दिशा रवि के द्वारा इस टूल्कित को ग्रेटर थन वर्क के पास भेजा गया था... परंतु इतने सारे अभिनेता तंवर को कहा कि वह ब्लूटूथ को डिलीट कर दें क्योंकि भारतीय कानून के तहत करवाई हो सकती है
.... जब ग्रेटा ने टूलकिट को हटा दिया तो दिशा ने उसे एडिट कर दोबारा भेजा....
.... दिल्ली पुलिस का कहना है कि
✍️ टूलकिट को फैलाने में दिशा रवि का विशेष योगदान है
✍️ दिल्ली पुलिस के अनुसार खालिस्तान समर्थक पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के साथ मिलकर दिशा रवि और कुछ अन्य लोगों के द्वारा के द्वारा यह टूलकिट तैयार किया गया था
✍️ इस साजिश का मकसद था देश में विभिन्न संप्रदायों के बीच वैमनस्यता उत्पन्न कर अशांति फैलाना और असंतोष फैलाना....
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