Pradhanmantri JANDHAN YOJNA ( प्रधानमंत्री जन धन योजना ) FOR IAS JPSC PCS

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(JPSC ECONOMICS MAINS... वित्तीय समावेशन )

 ARTICLES BY RAVI SIR (DIRECTOR RENESHA IAS)


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 प्रधानमंत्री जन धन योजना भारत सरकार (new updates)



🇮🇳 भारत में जन धन योजना की शुरुआत 28 अगस्त 2014 को हुई थी🇮🇳


भारत के जन धन योजना के प्रशंसा विश्व बैंक और आईएमएफ के द्वारा भी की गई है. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी का कहना था कि

" कल्याणकारी योजनाओं के मात्र 15% राशि लाभुकों तक पहुंच पाते हैं.बाकी 85% भ्रष्टाचार के कारण रास्ते में ही रुक जाते हैं."

 जन धन योजना ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर DBT के माध्यम से इस समस्या को काफी हद तक दूर किया है. 

👉 इस योजना के तहत कल लाभुकों में 56% महिलाएं हैं.
👉 जबकि कुल खातों के 67% अर्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए हैं.





 स्पष्ट है कि इस योजना ने

👉 वित्तीय समावेशन
👉 महिला सशक्तिकरण
👉 महिलाओं को आर्थिक आधार
👉 ग्रामीण और अर्ध शहरी कस्बे के विकास
👉 और बचत की भावना

को सुदृढ़ किया है.

 जनधन योजना के माध्यम से ना सिर्फ लोगों का लाभ पहुंचा है बल्कि देश के विकास में उस वर्ग की भागीदारी को भी सुनिश्चित किया है जो वर्ग अब तक उचित माध्यम के अभाव में वंचित रहा था. जनधन खातों के माध्यम से मार्च 2022 तक कल 2.03 लाख करोड रुपए जमा हो चुके हैं. 


इस योजना के विशेष लाभ निम्न अनुसार हैं


1) जमा राशि पर ब्याज

2) एक लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर

3) कोई न्यूनतम शेष राशि अपेक्षित नहीं

4) प्रधान मंत्री जन धन योजना के अंतर्गत 30,000 रूपये का जीवन बीमा भी कराए जाते हैं...

4) पुरे भारत में धन का आसानी से अंतरण

5) सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को इन खातों से DBT की सुविधा प्राप्त होगी.

6) छ: माह तक इन खातों के निरंतर परिचालन के बाद ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी दी जाएगी. अधिकतम 10000 तक ओवरड्राफ्ट की सुविधा प्रदान की जाएगी.

7) सरकारी योजनाओं के तहत लाभार्थियों को पेंशन और बीमा की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.

8) इसमें दुर्घटना बीमा की सुविधा भी है.

🌹 झारखण्ड की स्थिति 🌹

20 जनवरी 2021 की स्थिति के अनुसार, झारखंड में 1,52,96,266 जन-धन खाते हैं ,जिनमें 1,28,43,490 खाते सक्रिय हैंं। जल्‍द ही सरकार इस योजना में लाभार्थियाें को बढ़ाने के लिए जरूरी फैसला लेगी।
                               जबकि देश में इस योजना के तहत खोले गए 41.70 करोड़ खातों में से 35.92 करोड़ खाते में लेन-देन हो रहा है।


 इस प्रकार जन धन योजना ने भारतीय वंचित वर्गों को एक नया आत्मविश्वास प्रदान किया है. इसके माध्यम से इन्हें न सिर्फ आर्थिक संबलता प्राप्त हुई है... बल्कि राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में भी अपने छोटे-छोटे जमा राशि के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. इनको द्वारा जमा की गई छोटी-छोटी राशियाँ अब 200000 करोड रुपए की विशाल राशि...में परिवर्तित हो चुकी है. लेकिन बहुत सारे खाते बंद हो चुके हैं अथवा इन एक्टिव हैं... इस पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि वंचित वर्गों को रोजगार के उचित साधन मिले ताकि आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो सके और जनधन खातों का नियमित रूप से परिचालन कर सकें.

RAVI KUMAR
RENESHA IAS
9661163344

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जनमानस की साधारण भाषा में आपकी ये लेख विद्यार्थियों में असाधारण समझ विकसित करती है।

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