Hindi sahitya for jpsc and jssc cgl
🌹RENESHA IAS🌹 BY..... ✍️ RAVI KUMAR... (IAS JPSC UPPSC INTERVIEW FACED) 🌹 SUBSCRIBE RENESHA IAS 🌹 🌹 हिंदी साहित्य JSSC CGL 🌹 ✍️ हिंदी साहित्य का नामकरण काल निर्धारण 1) हिंदी साहित्य के व्यवस्थित रूप से अध्ययन करने के लिए आवश्यक है कि हिंदी साहित्य को दीर्घ अवधि वाले असमान परिवर्ती वाले कई कालों में विभाजित कर दिया जाए और साथ ही उसका नामकरण भी कर दिया जाए. 2) हिंदी साहित्य में काल निर्धारण किस समस्या प्रारंभ में बनी रही थी.... हिंदी साहित्य के प्रारंभिक इतिहासकार जैसे गार्सा द तासी और शिव सिंह सेंगर ने हिंदी साहित्य के काल विभाजन का कोई प्रयास नहीं किया... अगर देखा जाए तो पहली बार काल विभाजन और नामकरण का प्रयास सर जॉर्ज ग्रियर्सन के द्वारा किया गया. इन्होंने हिंदी साहित्य को कुल 11 काल खंडों में विभाजित किया.... परंतु सर जॉर्ज ग्रियर्सन के के द्वारा काल विभाजन अव्यवस्थित था. 3) मिश्र बंधु के द्वारा अंत तक 1913 ईस्वी में मिश्र बंधु विनोद नामक अपने पुस्तक में हिंदी साहित्य कोआठ काल खंडों में विभाजित किया गया.... जिस का विवरण निम्न है A) आरंभिक काल ...